जयपुर, राजस्थान: जयपुर के प्रसिद्ध मोती डूंगरी गणेश मंदिर (Ganesh mandir) में अब भक्तों की बढ़ती आस्था के साथ आधुनिक तकनीक भी कदम से कदम मिलाती नजर आएगी। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और मंदिर परिसर में बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित कैमरे स्थापित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
अयोध्या के भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और राजस्थान के ही खाटू श्यामजी (Khatu Shyam Ji) जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों पर इस अत्याधुनिक तकनीक की सफलता को देखते हुए, अब जयपुर के इस प्रतिष्ठित गणेश मंदिर में भी यह पहल शुरू की जा रही है। यह कदम मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और सुगम अनुभव सुनिश्चित करेगा।
क्या है नई योजना?
मोती डूंगरी गणेश मंदिर (Moti Dungri Ganesh Mandir ) में गणेश चतुर्थी, हिंदू नववर्ष और प्रत्येक बुधवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस विशाल भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित करने और मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाए रखने के लिए चार अत्याधुनिक AI कैमरे विभिन्न प्रवेश द्वारों पर लगाए जाएंगे।
इन AI कैमरों की मुख्य विशेषता यह है कि ये केवल मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या की सटीक गणना करेंगे। इनकी प्रोग्रामिंग इस प्रकार की गई है कि ये किसी भी व्यक्ति के चेहरे को रिकॉर्ड नहीं करेंगे, जिससे श्रद्धालुओं की निजता पूरी तरह से बनी रहेगी। इसके बावजूद, मंदिर प्रशासन को भीड़ के सटीक आंकड़े मिलेंगे, जिससे उचित नियोजन और प्रबंधन में मदद मिलेगी।
यह नई प्रणाली मंदिर की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करेगी। वर्तमान में, मोती डूंगरी गणेश मंदिर परिसर में पहले से ही 72 सीसीटीवी कैमरे स्थापित हैं, जो चौबीसों घंटे निगरानी का कार्य कर रहे हैं। AI कैमरों के जुड़ने से मंदिर की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे गणेश जी के दर्शन करने आने वाले भक्तों को और भी बेहतर अनुभव मिल सकेगा।
यह पहल जयपुर में मंदिरों के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह दिखाता है कि कैसे धार्मिक संस्थान भी भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए नवीनतम तकनीक को अपना रहे हैं।