जयपुर/सिरोही: राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए परिवहन विभाग के एक इंस्पेक्टर के ठिकानों पर छापा मारकर करोड़ों की अघोषित संपत्ति का पर्दाफाश किया है। सिरोही में तैनात ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर सुजानाराम चौधरी के जोधपुर, सिरोही और जालौर जिलों में 15 से ज्यादा आलीशान मकान, दुकान और भूखंड मिले हैं। एसीबी की शुरुआती जांच में इंस्पेक्टर की संपत्ति उसकी घोषित आय से 201% अधिक पाई गई है, जिसकी कीमत 3.45 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को लंबे समय से इंस्पेक्टर सुजानाराम चौधरी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों का सत्यापन करने के बाद एसीबी की 12 टीमों ने शनिवार को एक साथ चौधरी के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की, जिससे परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया।
तीन जिलों में फैला है संपत्तियों का जाल
एसीबी की जांच में सामने आया कि ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर सुजानाराम चौधरी ने अपनी नौकरी के दौरान अकूत संपत्ति बनाई। अब तक की जांच में निम्नलिखित संपत्तियों का पता चला है:
- जोधपुर: दो आलीशान मकान
- सिरोही और माउंट आबू: कई दुकानें और प्लॉट
- जालौर (भीनमाल): विभिन्न संपत्तियां
इनके अलावा, एसीबी को चौधरी के 7 बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनमें लाखों रुपये का बैलेंस है। छापेमारी के दौरान करीब 12 लाख रुपये की नकदी भी बरामद हुई है। अधिकारियों को सिरोही आरटीओ कार्यालय से कुछ गोपनीय दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
आय से 201% अधिक संपत्ति
एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, चौधरी की अब तक की ज्ञात आय करीब 2.55 करोड़ रुपये होनी चाहिए थी, जबकि उसके पास 3.45 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्तियों का पता चला है। यह उसकी वैध आय के स्रोतों से 201 प्रतिशत अधिक है। एसीबी का अनुमान है कि जांच पूरी होने पर संपत्ति का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
एसीबी के कार्यवाहक डीजी, स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। डीआईजी अनिल कयाल पूरी कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं। एसीबी अब इंस्पेक्टर सुजानाराम चौधरी के परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज संपत्तियों और बैंक खातों की भी गहनता से