अब राजस्थान में घर बनाने का सपना और महंगा हो गया है। राजस्थान आवासन मंडल ने जयपुर समेत छह सर्कल में आवासीय भूखंडों की दरों में भारी बढ़ोतरी की है। मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार जयपुर में दरें 900 रुपए/वर्ग मीटर से 7,000 रुपए/वर्ग मीटर तक बढ़ाई गई हैं।
इस बढ़ोतरी का असर अलवर, बीकानेर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर सर्कल की योजनाओं पर भी पड़ा है। हालांकि व्यावसायिक और संस्थानिक भूखंडों की कीमतें यथावत रखी गई हैं।
पिछले वर्ष भी बोर्ड ने कई योजनाओं में दरें 8.50 से लेकर 26 फीसदी तक बढ़ाई थीं, जिसमें हनुमानगढ़ और झुंझुनूं में सर्वाधिक वृद्धि देखने को मिली थी।
जयपुर की प्रमुख योजनाओं में दरों की तुलना
क्षेत्र | 2025 की दर (रुपए/वर्ग मीटर) | 2024 की दर |
---|---|---|
प्रताप नगर | ₹23,970 | ₹19,465 |
वाटिका | ₹7,045 | ₹4,890 |
महला | ₹3,555 | ₹2,620 |
मानसरोवर | ₹41,095 | ₹33,315 |
जवाहर नगर | ₹16,870 | ₹15,545 |
मालवीय नगर | ₹18,890 | ₹18,890 |
लालकोठी | ₹16,870 | ₹15,545 |
इंदिरा गांधी नगर | ₹23,850 | ₹19,395 |
पिछली बार कब बढ़ी थीं दरें?
पिछले वर्ष (2024) राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने 8.50% से 26% तक की बढ़ोतरी की थी। उस समय हनुमानगढ़ और झुंझुनूं की योजनाओं में सबसे ज्यादा कीमतें बढ़ी थीं।
आम लोगों पर प्रभाव:
इस बढ़ोतरी से मिडिल क्लास परिवारों के लिए घर खरीदना और मुश्किल हो जाएगा। प्लॉट रेट बढ़ने से लोन अमाउंट और ब्याज दोनों पर असर पड़ेगा।