Ameen Khan: पूर्व शिव विधायक और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अमीन खान को 16 महीने में ही पार्टी ने घर वापस बुला लिया है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी और सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एक प्रेस रिलीज जारी की है जिसमें शिव विधायक शिव के पूर्व विधायक अमीन खान को पार्टी ने वापस लेने का फैसला किया गया है। बता दें कि 2024 में हुए लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार उम्मेदराम बेनीवाल ने अमीन खान पर चुनाव में सहयोग न करने का आरोप लगाया था। यह शिकायत जब आलाकमान तक पहुंची तब पार्टी ने अमीन खान को 26 मई 2024 को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। लेकिन अब 16 महीने में ही पार्टी ने उन्हें वापस दल में ले लिया है।
आलाकमान को मनाने की कोशिश में थे Ameen Khan
गौर तलब है कि अमीन खान (Ameen Khan) अल्पसंख्यक समुदाय के एक दिग्गज नेता माने जाते हैं। कांग्रेस से निष्कासित होने के बाद अमीन खान लगातार पार्टी आला कमान को मनाने की कोशिश में थे। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है जब कुछ दिन पहले बाड़मेर में कांग्रेस की एक बड़ी जनसभा आयोजित हुई थी। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी आए हुए थे। तब अमीन खान ने इन दोनों नेताओं से मिलने की कोशिश की थी लेकिन दोनों ही नेता अमीन खान से नहीं मिले थे।
इसके बाद अमीन खान के समर्थकों ने पार्टी आलाकमान के खिलाफ जबरदस्त तरीके से विरोध भी किया था जिसकी भनक अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा को भी लगी थी।
विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनाव में सुनाई दिए थे बागी सुर
बता दें की 2023 में जब राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए थे तभी से अमीन खान के बगावती तेवर दिखाने लगे थे। दरअसल उसी वक्त कांग्रेस पार्टी के ही जिला अध्यक्ष फतेह खान ने कांग्रेस पार्टी से बगावत कर दी थी। इसके बाद वह निर्दलीय चुनाव लड़ने उतरे थे। शिव से ही रविंद्र भाटी भी मैदान में उतरे थे। ऐसे में यहां चुनाव त्रिकोणीय हो चला था।
इधर फतेह सिंह को कांग्रेस ने जब पार्टी में वापस लेने का फैसला लिया तब अमीन खान ने इसका भी विरोध किया था हालांकि आलाकमान ने फतेह खान को पार्टी में वापस जगह दे दी थी। इसके बाद से ही अमीन खान के बागी सुर सुनाई देने लग गए थे।
इसके बाद जब 2024 में लोकसभा चुनाव हुए तब उन्होंने कांग्रेस पार्टी और हाईकमान के खिलाफ कई बयानबाजियां की थी जिसे लेकर लोकसभा प्रत्याशी उम्मेदराम बेनीवाल ने हाईकमान तक अमीन खान की शिकायत पहुंचा दी थी। जिसके बाद कांग्रेस ने अमीन खान को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। बता दें कि अमीन खान शिव विधानसभा से पांच बार विधायक रहे हैं और दो बार प्रदेश की कैबिनेट में मंत्री रहे हैं।