जयपुर: सोशल मीडिया पर फेमस होने की होड़ में कुछ युवा सारी हदें पार कर रहे हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला हाल ही में राजस्थान की राजधानी जयपुर से सामने आया, जहां एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और उसकी टीम ने बीच सड़क पर लोगों को रोक-रोककर मुफ्त में ठंडी बियर और चकना बांटा। इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया। वीडियो पर बवाल मचने के बाद जयपुर पुलिस हरकत में आई और इन ‘दरियादिल’ युवाओं की सारी हेकड़ी निकाल दी।
क्या था वायरल वीडियो में?
वायरल हुए वीडियो में यूट्यूबर “लप्पू सचिन” और उसके कुछ साथी एक बिना नंबर की गाड़ी में बियर की पेटियां रखकर घूमते नजर आ रहे हैं। वे जयपुर के टोंक रोड और मालवीय नगर जैसे इलाकों में राहगीरों, बाइक और कार सवारों को रोकते हैं और उन्हें प्लास्टिक के गिलास में मुफ्त बियर और चकना ऑफर करते हैं। वीडियो में कुछ लोग हैरान होते दिखते हैं तो कुछ ‘फ्री की दारू’ का मजा लेते हुए आयोजकों को “भगवान आपका भला करे” कहते भी सुनाई देते हैं।
निर्जला एकादशी पर ‘कांड’ से भड़के लोग
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब पता चला कि यह वीडियो निर्जला एकादशी जैसे पवित्र दिन पर बनाया और प्रसारित किया गया था। इस दिन अधिकांश लोग व्रत और पूजा-पाठ करते हैं। ऐसे में सरेआम शराब बांटने की इस हरकत ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को తీవ్ర ठेस पहुंचाई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही लोगों ने इन युवाओं की जमकर आलोचना की और जयपुर पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने वीडियो से ढूंढ निकाला, कान पकड़कर मंगवाई माफी
मामले के तूल पकड़ते ही जयपुर पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी, झुंझुनूं निवासी इन्फ्लुएंसर सचिन सिंह उर्फ ‘लप्पू सचिन’ समेत सात युवकों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने न केवल सार्वजनिक शांति भंग करने और धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया, बल्कि एक और वीडियो जारी किया।
इस दूसरे वीडियो में आरोपी सचिन और उसकी टीम फटे कपड़ों में कान पकड़कर माफी मांगते नजर आ रही है। वे कह रहे हैं, “निर्जला एकादशी के दिन हमने जो वीडियो बनाया, उससे जिन लोगों की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, हम उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं। हमारा ऐसा कोई उद्देश्य नहीं था।” यह घटना उन सभी के लिए एक सबक है जो सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज के लिए कानून और सामाजिक मर्यादाओं को ताक पर रख देते हैं।