राजस्थान में मानसून की भारी बारिश अब आफत बन गई है। प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए धौलपुर जिले में सेना को बचाव और राहत कार्यों के लिए बुलाया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे चिंता और बढ़ गई है।
पूर्वी राजस्थान में बाढ़ के हालात
पूर्वी राजस्थान में स्थिति सबसे ज्यादा भयावह है, जहां चंबल नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। धौलपुर में चंबल का जलस्तर खतरे के निशान से 12 मीटर ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई गांव और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन ने सेना से मदद की गुहार की, जिसके बाद सेना की टुकड़ियां बचाव कार्यों में जुट गई हैं। सेना के जवान, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों के साथ मिलकर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।
सेना ने संभाला मोर्चा
धौलपुर के अलावा करौली, सवाई माधोपुर, टोंक और कोटा जिलों में भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। इन जिलों में लगातार हो रही बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं। कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। प्रशासन द्वारा राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है और प्रभावित लोगों तक खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। भारी बारिश और बाढ़ की आशंका के चलते राज्य के 11 जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार को 6 जिलों में मध्यम से तेज बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर झुंझुनू, चूरू, सीकर बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर आसपास के क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा / आकाशीय बिजली और कहीं-कहीं पर तेज़ हवा ( 20-30 kmph ) की संभावना है. जबकि बाकी हिस्सों में हल्की बारिश का अनुमान है