जयपुर, 10 अगस्त 2025: राजस्थान में बहुचर्चित सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती 2021 पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) को गिरफ्तार कर लिया है। इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी ने प्रदेश के सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है और सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का एक नया दौर शुरू हो गया है।
क्या है पूरा मामला?
SOG पिछले काफी समय से SI भर्ती-2021 में हुए पेपर लीक घोटाले की परतों को खोलने में जुटी हुई थी। जांच के दौरान मिले पुख्ता सबूतों के आधार पर टीम ने शनिवार देर रात पूर्व सीएम अशोक गहलोत के PSO रहे पुलिसकर्मी को हिरासत में ले लिया। SOG सूत्रों के अनुसार, आरोपी PSO पर पेपर लीक गिरोह के सरगनाओं से मिलीभगत और अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने का गंभीर आरोप है।
यह गिरफ्तारी इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी कड़ी मानी जा रही है, क्योंकि इससे जांच की आंच सीधे तौर पर पिछली सरकार के कार्यकाल के मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है।
सियासत गरमाई, BJP-कांग्रेस आमने-सामने
इस गिरफ्तारी के बाद राजस्थान की राजनीति में उबाल आ गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए संस्थागत भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, “यह गिरफ्तारी साबित करती है कि पेपर लीक का संरक्षण उच्चतम स्तर पर था। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।”
वहीं, कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पुरानी भर्तियों को मुद्दा बना रही है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।